बैंकों में जमा सुरक्षित सिर्फ़ पाँच लाख तक ! सरकारी बैंक कर्ज़ बाँट रही आंख मूँद कर !! कुछ घरानों को लाखों करोड़ की कर्ज़ माफ़ी ! यकीनन ये जन जमा के साथ है नाइंसाफी !! किसान के सूक्ष्म कर्ज़ पे बर्तन साइकल ज़ब्त ! उद्योगसमूह करते जा रहे लाखों करोड़ हड़प !! ज्यादातर जनता का चूस लिया गया है खून ! चंद को मिल रहा आपसी द्वेष नशे का सुकून !! नशा उतरने पर होगा ही हकीकत से सामना ! बहुत देर हो जायेगी संभव न रहेगा संभल पाना !! #economy #bank #aaveshvaani #janmannkibaat