जब उधेड़ने लगे हो धागे रिश्तों के जब फटने लगे हो रिश्ते पुराने जब टक छोड़ने लगे सुई रिश्तों की रख थोड़ा बाजू में कतरण घमंड , बड़पन का कतरलो कतरन नफरत का चला मोहबब्त की कैची से सिलो उन्हें तुम प्रीत के उन धागो से कर लो उनकी तुरपाई दोस्ती के मेचिंगी लम्हों की भरपाई से ©Gita #steps रिश्तों की सिलाई K V Dalwadi pankeet Pankaj Singh