मोहब्बत गुनाह है यार आखो को रोना पड़ता है दिल को सहना पड़ता है लफ्ज खामोश रहते है कहने को बहोत कुछ मन करता है किस्से किस्से कहे आखिर ये दुनिया है मेरे दोस्त यहा सिर्फ सहना पड़ता है ©سید انوار حسین ye dunya hai mere doost