सरदार जी की 'कन्याएं' (1 बार पढ़िए जरूर) 😔😔😔😔😔😔😔 मुहल्ले की औरतें कन्या पूजन के लिए तैयार थी, मिली नहीं कोई लड़की, उन्होंने हार अपनी मान ली ! फिर किसी ने बताया, अपने मोहल्ले के है सरदार जी, बारह बेटियों का बाप, है सरदार जी ! सुन कर उसकी बात, हँस कर मैंने यह कह दिया, बेटे के चक्कर में सरदार, बेटियां बारह कर के बैठ गया ! पड़ोसियों को साथ लेकर, जा पहुँचा उसके घर पे, सत श्रीकाल कहा, मैंने प्रणाम उसे कर के ! कन्या पूजन के लिए आपकी बेटियां घर लेकर जानी है, आपकी पत्नी ने कन्या बिठा ली, या बिठानी है ? सुन के मेरी बात बोला, आपको कोई गलतफहमी हुई है, किसकी पत्नी जी ? मेरी तो अभी शादी भी नहीं हुई है ! सुन के उसकी बात, मैं तो चकरा गया, बातों-बातों में वो मुझे क्या-क्या बता गया ! मत पूछो इनके बारे में, जो बातें मैंने छुपाई है, क्या बताऊँ आपको, कि मैंने कहाँ-कहाँ से उठाई हैं ! माँ-बाप इनके हैवानियत की हदें सब तोड़ गए, मन्दिर, मस्ज़िद और कई हस्पतालों में थे छोड़ गए ! बड़े-बड़े दरिंदे है, अपने इस जहान में, यह जो दो छोटियां है, मिली थी मुझेे कूड़ेदान में ! इसका बाप कितना निर्दयी होगा, जिसे दया ना आई नन्ही सी जान पे, हम मुर्दों को लेकर जाते हैं, वो जिन्दा ही छोड़ गया इसे श्मशान में ! यह जो बड़ी प्यारी सी है, थोड़ा लंगड़ा के चल रही है, मैंने देखा के तलाब के पास एक गाड़ी खड़ी थी ! बैग फेंक कर भगा ली गाड़ी, जैसे उसे जल्दी बड़ी थी, शायद उसके पीछे कोई बड़ी आफ़त पड़ी थी ! बैग था आकर्षित, मैंने लालच में उठाया था, देखा जब खोल के, आंसू रोक नहीं पाया था ! जबरन बैग में डालने के लिए, उसने पैर इसके मोड़ दिये थे, शायद उसे पता नहीं चला, कि उसने कब पैर इसके तोड़ दिये थे ! सात साल हो गए इस बात को, ये दिल पे लगा कर बैठी है, बस गुमसुम सी रहती हैं, दर्द सीने में छुपा कर बैठी है ! सुन के बात सरदार जी की, सामने आया सब पाप था, लड़की के सामने जो खड़ा था कोई और नहीं, वो उसका बाप था ! देखा जब पडोसियों के तरफ़, उनके चेहरे के रंग बताते थे, वो भी किसी ना किसी लड़की के, मुझे माँ-बाप नजर आते थे ! दिल पे पत्थर रख कर, लड़कियों को घर लेकर आ गया, बारी-बारी से सब को हमने पूजा के लिए बिठा दिया ! जिन हाथों ने अपने हाथ से, तोड़े थे जो पैर जी, टूटे हुए पैरों को छू कर, मांग रहे थे ख़ैर जी ! क्यों लोग खुद की बेटी मार कर, दूसरों की पूजना चाहते हैं ? कुछ लोग कन्या पूजन ऐसे ही मनाते हैं ! आदरणीय मित्रो,🙏 रचना मेरी नही है, किन्तु दिल को छू गयी, साझा करने योग्य लगे तो आप भी करें। #InspireThroughWriting.. सरदार जी की कन्याएं। कृपया एक बार जरूर पढ़ें। ✍️🤗 Sudha Tripathi khubsurat deepshi bhadauria Srishti Rana😊😊 Somu wrrittes❤️