प्रकृति की गोद में क्यों देते हो उसे तुम पीड़ा क्यों करते हो ऐसा कीड़ा चैन से रहते क्यों नही तुम माँ ही समझो उसे भी तुम खेलो कूदो मौज उड़ाओ बस उसको तुम स्वच्छ बनो बस इतना अनुरोध वो करती हमेशा तुम्हरा ख्याल वो रखती फिर भी तुम पापी बनते हो हर जगह गंदगी करती हो अच्छा से बस रहना सीखो बैठ कर तुम भी कविता लिखो प्रकृति की गोद मे❤️ ©changed choubey #Nature #Hindi #kavita #shayri #follow #Comment #share #Support #AdhureVakya