अरे हां.... आज *बुद्ध पूर्णिमा* है, मगर ... आप शायद नहीं जानते, आज वैशाख माह में *पीपल पूर्णिमा* भी है, *बुद्ध* होना .... असंभव है...ये सत्य है, (मेरा निज दृष्टि कोण है) पीपल सा होना भी कठिन है, चलो ... आज की पूर्णिमा कुछ नया करते हैं, मनुष्य हैं हम... मनुष्य होने की कोशिश शुरू करते हैं। आमंत्रण है... निमंत्रण है... स्वीकार करना ना करना, आप पर निर्भर है🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼 अरे हां.... आज *बुद्ध पूर्णिमा* है, मगर ... आप शायद नहीं जानते, आज वैशाख माह में *पीपल पूर्णिमा* भी है, *बुद्ध* होना .... असंभव है...ये सत्य है,