बड़ी बेवफाई है तुम्हारे लफ्जों की कहानी में अनकही बातों और बातों की सफाई में डर लगता है अब कहि कहानी अधूरी रहने से एहसास होता है तनहाई महफिलों की सोरों में अब डर लगता है इश्क के परवानों से अब दिल डरता हैं जख्मों को भर जाने से केज आज ख़ामोश हु तेरे जाने से