मेरे नाम से शुरू होती थी उनकी सुबह कभी... लगता है आज कल उनके शहर में सबेरा नहीं होता... ©कवि मनोज कुमार मंजू #सुबह #सबेरा #मनोज_कुमार_मंजू #मँजू #SunSet