कर तमन्ना छुने कि आकाश उढ़ कर, लोग रहेगे हमेशा तेरे नीचे , ग़र गिरा भी तो , रहेगा इतना ऊपर ! अनवर हुसैन अणु भागलपुरी कर तमन्ना छुने कि आकाश उढ़ कर, लोग रहेगे हमेशा तेरे नीचे , ग़र गिरा भी तो , रहेगा इतना ऊपर ! अनवर हुसैन अणु