जिस नगर की डगर हम खड़े हैं अभी
पार कर जाएंगे यह शहर साथ ही,
काल के काल से जीत जाएंगे हम
फिर से दिनकर नया छीन लाएंगे हम।...
धैर्य धीरज धरो बीत जाए समय हो मुदित अंकुरित प्राणजीवन अभय ,
रात से रोशनी खींच लाएंगे हम
रंग को रंग से रंग जाएंगे हम।... #Poetry#story#Quote#Kaabil#Kalakaar#lovebeat#lockdown#PoetryOnline#ChillarParty