समाज का दोहरा मानक और मौजूदा रणनैतिक परिदृश्य जहाँ पर नैतिकता का ह्रास हो रहा है, समाज मे किंकर्तव्यविमूढ़ की स्थित सोचने पर मजबूर कर देती है।। #समाज #मानक #विचार#नोजोटो