जय जय जगन्नाथ शचीर नन्दन | त्रिभुवन कोरे जार चरण वन्दन || 🐚🔅📍🌷 नीलाचले शंख चक्र गदा पद्म धर | नदीया नगरे दण्ड कमण्डलु कर || 🙏🏻 केहो बोले पूरवे रावण बधिला | गोलोकेर वैभव लीला प्रकाश कोरिला || बंगाली महाकवि वासुदेव घोष जय जय जगन्नाथ शचीर नन्दन | त्रिभुवन कोरे जार चरण वन्दन || 🐚🔅📍🌷 नीलाचले शंख चक्र गदा पद्म धर | नदीया नगरे दण्ड कमण्डलु कर || 🙏🏻 केहो बोले पूरवे रावण बधिला | गोलोकेर वैभव लीला प्रकाश कोरिला ||