ज़ुल्म करके लोगो पर तुमने ही कहर बरस्वाया है डिटेंशन कैंप बनवाने वालों क्या अब तुम्हे भी मज़ा आया है बच्चो को मा बाप से तुमने ही अलग करवाया है उन छोटे छोटे पिंजरों में इन्सानों को जानवर बनाया है डिटेंशन कैंप बनवाने वालों क्या अब तुम्हे भी मज़ा आया है julm