सोचता हूँ कि याद करना छोड़ दू सब का यही कहना है। लाइफ
है लोगो को आना जाना लगा रहता है।
पता नहीं क्यों मन , भटक सा रहा है।
दिल कहता है थोड़ा इन्तेजार कर लो
दिमाग से मेरी अब बातें नहीं होती।
हा पता है। ये सब अजीब सा हो रहा है।
अब तो मम्मा भी बोलने लगी
तू जिसकी तलाश में है। वो एक ख्वाब है।