ये फूल, कलम और कागज बनाता हूं इनसे रोज ख्याली दुनियां रंग तो जिंदगी में तभी है जब साथ हो दुल्हनियां जवानी हो तो ठंडा करे बुढ़ापे ढक ले मजबूरियां।। ©Mohan Sardarshahari दुल्हनियां