"मेहंदी वाले हाथ ये मेरे " तेरे प्यार का रंग इतना गहरा चढ़ा की मेहंदी के रंग पर कभी ध्यान ही नहीं गया... और अब तेरे नाम की मेहंदी लगाने का ख्वाब देखा, तो तेरी बेबसी की चादर ने ये हक मुझसे दरकिनार कर लिया... पर, आज मैंने मेहंदी लगाई है ना तीज, ना त्यौहार, ना शादी और ना मेरी सगाई है... ना तो मेहंदी का रंग गहरा है और ना तेरे नाम की खुशबू आई है... ना कोई फूल, ना कोई पत्ती बनाई है, पूरी हथेली में मेहंदी एक जैसी लगाई है.. तुम अफसोस ना करना Yaara... "मैं खुश हूँ " मुझे झेलना नहीं पड़ा वो शगुन की मेहंदी वाला घण्टों बैठे रहने का टोर्चर... सहेलियों से भी छीन लिया वो पल, जिसमे वो मुझसे नोक-झोंक करती और पूछती..... "नाम क्या है जीजा जी का ?" और लिख देती उसे सज़ाकर मेरी हथेली पर... सब ले लिया है yaara सबसे और लिख लिया है तुझे मेरे हर अच्छे-बुरे हाल पर..... ©Samar Shem #mereYaara #Sea