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कठिन परीक्षा की घड़ी, समय हुआ था वाम। मात देवकी गर्

कठिन परीक्षा की घड़ी, समय हुआ था वाम।
मात देवकी गर्भ से, जन्में सुख के धाम।।

भाद्र माह तिथि रोहिणी, जन्में नंदकिशोर।
कृष्ण पक्ष तिथि अष्टमी, उदित हर्ष चहुँ ओर।।।

प्रहरी सारे सो गये, रचते लीला श्याम।
कारा के पट खोलकर,करें दैव शुभ काम।।

लिये लाल को सूप में, पनही पहने पाँव।
 नंद लाल जी चल पड़े, पाने समुचित ठाँव।

©Sneh Lata Pandey 'sneh'
  #श्री कृष्ण जन्म

#श्री कृष्ण जन्म #कविता

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