#Moon आत्मनिर्भर बनने का बस यही मतलब नहीं के हम सिर्फ विदेशी समान का त्याग करें अपितु हमारे जीवन से जुड़ी हर उस बात का, जो हमें पराधीन बनाती है उसका त्याग करें, हमें सबसे पहले स्वयं के अंदर सुधार लाना होगा, आत्मनिर्भर बनने के संस्कार हमारे पूर्वज हमें देके गए है, अपने ज्ञान और अनुभव के बल पे, अतः हमे उसका ध्यान करना चाहिए।
आत्मनिर्भरता का सबसे बड़ा दुश्मन हम स्वयं है। यदि हम इसके कारण यानि कि "अपने अंदर घर किये आलस्य" को पहचाने तो ही हम आत्मनिर्भर बन सकते है परंतु आजकल के युग में ऐसा सोचना भी आपके लिए आत्मनिर्भरता के बीज के समान होगा।
इस वैश्विक महामारी के चलते हम सभी घरों में कैद ही यही द्रण संकल्प का समय है कि हम अपनी सोच में सुधार लाये, और आत्मनिर्भर बने।
आलस्य से भरी का एक बहुत लंबी रात हम सभी सो लिए परन्तु अब वक़्त है इस वक़्त की मांग समझने का, हम सब ये जानते है की इन सुख सुविधाओ को एकदम से छोड़ पाना मुश्किल होगा, लेकिन हम ये भी जानते है धीरे धीरे सब वों आदतें छूट जाती है जो आप छोड़ना चाहते हो।
#India#विचार#surmayeeshayar#selfdependentIndia