डैडी : तेरे आंचल की छाव में एक बार दिल खोलकर, सोने को दिल करता है, तेरे जाने के बाद भाग दौड़ भारी, ज़िन्दगी जी रहा हूं आज तू भी देख ले समय की मार आज सब तो नही पर वो सब है मेरे पास बस तूझसे मिलने को तरस रहा हूं, तू सजदे और कभी दुआए मांगता था मेरे लिए सुबह शाम, आज हर शाम तुझे मिलने को तरस रहा हूं..... #fathersday #father #life #parents #lifequotes #lifelessons #death #love