आदतें जो तुने अपनी लगाई है आखिर क्यों करते सब इसकी मनाई है कहते हैं इश्क़ की लगी मुझे बीमारी है ना बनी जिस की कोई दवाई है तेरी बातें भी लगती मुझे अब रुबाई है हर शख्स में तेरी ही सुरत नज़र आयी है कहते हैं, अब उठ भी जा आखिर कब से तु सोई है क्या फिर से उस कमबख्त के ख्वाबों में खोयी है अब तु ही बता ये कैसी आदतें तूने लगाई है #Adaten #Thoughts #Love #feelings #poem