हम तेरे घर गए देखते-देखते। इश्क़ भी कर गए देखते-देखते। बेवफ़ा बन छुरी तू चलाती रही- और हम मर गए देखते-देखते। #मुक्तक #देखतेदेखते #विश्वासी