मुकद्दर में नहीं था मिलना हमारा, इसीलिए तो शायद वो हमसे रूठ गए। ज़ख्म भी दिल पे ऐसे दिए तो क्या दिए जिससे हम उनकी यादों ही यादों में टूट गए ©R S Dhuriya #betrayal r s Dhuriya 😎