मेरे प्यार का तोहफ़ा, ये गुलाब है तुम्हारे लिए कुबूल किया तुमने इसे, ये खुशनसीबी है हमारी तुम्हारी इनायत-ए-नज़र के लिए, क्या क्या जतन हमने किए अब जाकर हमारे अरमान, पूरे हुए ❤सुप्रभात ❤ 💗प्रतियोगिता-379💗 👍🏻चित्र प्रतियोगिता - 96👍🏻 🤗आज की चित्र प्रतियोगिता के अंतर्गत आपको चित्र को ध्यान में रखते हुए लिखना है I ध्यान रहे कि शब्द सीमा चित्र के ऊपर ही अंकित हो सके उतनी रहे I🤗 🌟 पहले सावधानी पूर्वक "CAPTION" पढ़ें और दी हुई चुनौती को ध्यान में रखते हुए अपने ख़ूबसूरत शब्दों एवं भावों के साथ अपने एहसास कहें।