एक तस्वीर है मेरे पास जो इक तस्वीर है मेरे पास जो मुझे जां से प्यारी है, क्योकि ये जिसकी तस्वीर वही तो जां हमारी है। दीवाने का मस्त दीवानापन तो देखिये जनाब, खुशनसीब ने तस्वीर सहारे उम्र गुजारी है। आंखों से गर्म पानी के चश्मे हैं सुख गये, इतनी भयानक दिल पे लगी चोट करारी है। मन्जिल के पास हो कर भी मन्जिल से दूर हैं, अफसोस गुस्ताखी हमारी न ये खता तुम्हारी है। बेशक जिस मन्दिर में रखी है ये खूब तस्वीर, आशिक रैना"ही उस मन्दिर का भक्त पुजारी है। रैना ©Rajinder Raina चोट करारी #AdhureVakya