एक एक करके सबसे दूर होता जा रहा हूँ। लोगों से अब मन भर गया है। भले ही मैं जीवन मे कुछ नही उखाड़ पाया परन्तु कोई मुझे विकल्प के तौर पर अपना बनाता है तो मैं किनारा पकड़ लेना पसंद करता हूँ। मैं नकरात्मक रह लूंगा, तन्हाई के थपेड़ों को झेल लूंगा परन्तु किसी का अधूरा दिखावे के साथ मुझे बिल्कुल नहीं पसन्द। इस बड़े शहर में सब कुछ चमकीला है सिवाय रिश्तों के। यहाँ कहने को सब सबके हैं परंतु कोई किसी का नही है। लोग अपने निजी स्वार्थ एवम अपनी खुशियों का पीछा करते हैं। कोई आपके लिए नहीं रुकता। आपके उम्मीदों पे कोई नहीं रहना चाहता क्योंकि कोई आपको इसलिए नही पूछते की आप खास हो वो आपसे इसलिये पूछते हैं क्योंकि आप सामने खड़े थे इसीलिए पूछ दिया। बाहर आया तब समझ गया लोगों के कई चेहरे हैं। हर चेहरा में एक चेहरा। हर चेहरा के लिए अलग मुखौटा। सभी मुखौटे वाले एक साथ एक होड़ में अपनी सच को छुपाये केवल दिखावे और छल भरे रिश्ते को वहन कर रहे हैं। माना आज सबसे अकेला रह गया हूँ, हर समय एक विशेष दबाब और भविष्य के डर में रहता हूँ परन्तु एक बात से खुश हूं कि छल के रिश्ते और जहाँ मैं कुछ नहीं हूं, वहां के अँधेरे रिश्तों से दूर हूँ। मौत आएगी ये पता है पर कब तक जिंदा रहना है ये नहीं पता। तो क्योंकि न जो नहीं पता उसको जी लिया जाए। अकेले ही सही। उदास ही सही। मृत ही सही...!!! ©motivational Gyan.2 #GoodMorning motivational shayari in hindi motivational thoughts in hindi on success best motivational thoughts motivational thoughts motivational thoughts in hindi