जाना था चलें जाते जाना था चलें जाते लेकिन बताकर तो जाते तेरे लौटने के फिजूल खयाल मेरे दिल को शायद यु ना सताते। जाना था चलें जाते, जाना था चलें जाते सोचता रहता हूँ हर पल के, ये बेबसी कैसी थी तेरी बेमतलब की बातें तो हर वक्त होती थी, तो ये जो न कह पायीं ऐसी क्या मजबूरी थी तेरी, अगर बताती तो अश्क शायद हम भी बेहिसाब बहाते, लेकिन आखिर मजबूरन ही सही लेकीन तुझे भूल हीं जाते। माना तुझे जाना था, तुम चले जाते लेकीन, इन कानों में एक आखिरी गूंज तो छोड़ जाते। जाना था चलें जाते.... जाना था चलें जाते.... #nojoto #nojotohindi #hindipoem #poetry