कर सकते हो गर इश्क तो, करो रात जैसा, जिसे चांद मंजूर हो और उसका दाग भी। निभा सकते हो गर इश्क तो, निभाओ सूरज और चांद जैसा, जिसको मिलन मंजूर हो और जुदाई भी। दूर होकर भी पास है ये सब बिछड़ेगे ना कभी, खुदा की ये कैसी खिदमत मिल ना पाएंगे कभी। प्यार करो तो इन सब जैसा, जो जिस्म से भले ही दूर हो, मगर रूह से होंगे ना कभी। #lovefriendship #loveisbeyondallbarriers #yqtales #poetry #lovequotes