जागी हुई आँखों मे चुभे कांच के ख़्वाब, एक मंज़िल की तलाश और एक भटकती खुश्बू, यह वक़्त की पलकों पर सोती हुई वीरानियाँ, ज़ज़्बाते मोहब्बत की ये अंगड़ाइयां.. बड़े काम की है ये तन्हाईयाँ.. #तन्हाइयाँ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #suchitapandey #सूचितापाण्डेय बड़े काम की है ये तन्हाईयाँ.. जैसे जागी हुई आँखों मे चुभे कांच के ख़्वाब, एक मंज़िल की तलाश और एक भटकती खुश्बू,