थाम कर हाथ करा दे पार समझा दे अर्जुन सम जीवन सार रिवाजों की मोहताज ज़िन्दगी और ये भवसागर है अपार अपना अस्तित्व पाना मुश्किल तुझे पाना केवल स्वप्न मात्र चाहूं बस अब तेरी बंदगी ले लो वापिस काया का उपहार अब मेरे मन में बोझ अपार ।। #nojotohindi#bhavsagar#God#Kavita#poetry