Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat जाने दो किस दौर में हम जीते है सोचते है हर बात पर जाने दो चुस्कियां ले कर सुनते भी है फिर कहते है जाने दो हमे क्या? चुगलियां भी करते है ठहाके भी लगाते है फिर अगले पल कहते है जाने दो हमे क्या? इस क़दर बे लिहाज़ शब्दों का उच्चारण करते है फिर अगले पल कहते है जाने दो हमे क्या? अगर हो सके तो उसकी जगह पर अक्सर आकर तो देख ,वहीं छेद हुआ जूता उसका अपने पैरों में डाल कर तो देख। उसी फटे जूते को कीचड़ भरी सड़क पर चल कर तो देख। उसके दर्द को एक बार मेहसूस करके तो देख। उस लड़की के उपर ताना कसने वालों एक बार उसकी ज़िन्दगी जी कर तो देख अगले ही पर यही कहोगे जी कैसे रहो हो ऐसी ज़िन्दगी? ख़ुद का दर्दं, दर्दं है औरों का दर्दं बेदर्द नहीं। सुप्रभात। जीवन पर हमारा सम्पूर्ण अधिकार नहीं हो सकता। #जानेदो #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat जाने दो किस दौर में हम जीते है