Nojoto: Largest Storytelling Platform

सुख दुख तो अतिथि हैं, बारी बारी से आयेंगे चले जाये

 सुख दुख तो अतिथि हैं,
बारी बारी से आयेंगे चले जायेंगे...

यदि वो नहीं आयेंगे तो हम
अनुभव कहाँ से लायेंगे।
 सुख दुख तो अतिथि हैं,
बारी बारी से आयेंगे चले जायेंगे...

यदि वो नहीं आयेंगे तो हम
अनुभव कहाँ से लायेंगे।
rajeevsingh9403

Rajeev Singh

New Creator