वो रात दर्द और सितम की रात होगी , जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी , उठ जाता हूँ मैं ये सोचकर नींद से अक्सर , कि एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी । (@ R s ravi ) dil hai ji manta nahi