मैं हत्यारा अंगुलिमाल सा काटकर उंगलियाँ स्वप्नों की समय के गले में पिरो रहा था बनाकर के माला.. एक दिन प्रेम-वन में सहसा तुमसे मिला तो शुद्ध हो गया मैं भी तुम सा बुद्ध हो गया!! ©KaushalAlmora #बुद्धपूर्णिमा #रोजकाडोजwithkaushalalmora #365days365quotes #yqdidi #life #अंगुलिमाल #life #शुद्ध