White खत के छोटे से तराशे में नहीं आयेंगे ग़म ज्यादा हैं लिफाफे में नहीं आयेंगे, हम न मजनू हैं न फरहाद के कुछ लगते हैं हम किसी दस्त तमाशे में नहीं आयेंगे, मुख्तसर वक़्त में बात नहीं हो सकती दर्द इतने हैं खुलासे में नहीं आयेंगे, उसकी कुछ खैर खबर हो तो बताओ यारों हम किसी और दिलासे में नहीं आयेंगे, जिस तरह आप ने बीमार से रुखसत ली है साफ लगता है जनाजे में नहीं आयेंगे.!! ©ᴋʜᴀɴ ꜱᴀʜᴀʙ #उसकी_कुछ_खैर_खबर_हो_तो_बताओ_यारों... love poetry in hindi hindi poetry on life love poetry for her