हम ek ऐसे समाज se आते हैं जहाँ hum लोग लड़कियों पर ho रहे अत्याचार, बलात्कार, or निर्मम हत्या ko, एक विस्फोटक बाह्य विरोध, और हम मन ki आन्तरिक चेतना se इसे स्वीकार kar चुके हैं, ये भी हमारे समाज ki गिरती मानसिकता, और लोगों ke प्रति... बदलती सोच ka एक मैला मगर धुंधला sa प्रतिबिंब है. ©Vivek Sharma Bhardwaj #Balatkar #pyaar #jism #maut