कहीं दूर बैठा इक तारा तुझे हर पल याद कर रहा होगा, तेरा राह निहार रहा होगा, पर तू उसको न समझेगा क्यूंकि, तू मशरूफ होके एक अधूरा सा चांद निहार रहा होगा।। #SHIVANGI ASTHANA SA 🖋️❤️ ©Shivangi Asthana #doorkataara