Nojoto: Largest Storytelling Platform

तूने नफ़रत से जो देखा है तो याद आया ! कितने रिश्ते

तूने नफ़रत से जो देखा है तो याद आया !
कितने रिश्ते तेरी ख़ातिर यूँ ही तोड़ आया हूँ !
कितने धुंधले हैं ये चेहरे जिन्हें अपनाया है !
कितनी उजली थी वो आँखें जिन्हें छोड़ आया हूँ

तूने नफ़रत से जो देखा है तो याद आया ! कितने रिश्ते तेरी ख़ातिर यूँ ही तोड़ आया हूँ ! कितने धुंधले हैं ये चेहरे जिन्हें अपनाया है ! कितनी उजली थी वो आँखें जिन्हें छोड़ आया हूँ #Shayari

48 Views