तेरी होने को, तो मैं हो जाऊं, पर बंदिशों को, सोचना भी लाज़मी है !! मेरी परवरिश नही सिखाती, कि खुदगर्ज़ हो जाऊं, मुझसे जुड़ी उम्मीदों को, सोचना भी लाज़मी है !! मुझे ये सोचना तो था, राह ए इश्क़ में चलने से पहले, अब बढ़ी है उलझन, तो ये होना भी लाज़मी है !! तेरे इश्क़ में होने का अफ़सोस नही है मुझे, नयी शुरुवात में, थोड़े डर का होना भी लाज़मी है !! ©Bhushan Rao...✍️ #nojotowriter #लाज़मी_है Roshni Bano Amita Tiwari 🎤✍️🎸