💖☘🌸🌼💖☘🌸💖 कहीं मुस्कुराहट लिए कारवां है। कहीं देखते है धुंआ ही धुंआ है।। कही खूबसूरत हरा बागबाँ है। कही घटा काली दुखी आसमाँ है।। कही जगमगाहट की कहकशां है। कही आंसुओं से भरी दास्ताँ है।। कहीं पर न रोटी, कपड़े मकां है। कही पर किस्मत बड़ी मेहरबाँ है।। गम और खुशी से भरा ये जहां है। खोजे जरा खुद को हम तुम कहाँ है। 💖☘🌸🌼💖☘🌸💖