ज़मीन से उखाड़के ना देना फूल हमको बस एक तस्वीर अपनी भेज देना। यूं तो रखीं है और भी कई यादें संजो कर हमने। पर महकाने के लिए आंगन हमारा बस तुम मेरा साथ दे देना।— % & यूं तो रख लूं कैद उस फूल को भी किताब में। पर मुझे सिर्फ याद नही उम्रभर का साथ चाहिए। यूं तो चाह सकती हूं मुर्झाए फूल को भी