जय मां कुष्माण्डा सिंहरूढाअष्टभुजा कुष्माण्डायशस्वनीम्॥ सुरासम्पूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च. दधाना हस्तपद्माभ्यांकूष्माण्डा शुभदास्तु मे॥ वन्दे वांछित कामर्थे चन्द्रार्घकृत शेखराम् ©Gulab Malakar #navratri #कुष्माण्डा #navaratri