ख्याल बुन रही हूं -खयाल नहीं आता तेरे जाने के बाद जीने का स्वाद नहीं आता छुड़ाया तो हमने भी था दामन अपना जाने तेरे सिवा क्यों कोई और नहीं भाता मुस्कुराहटें फीकी फीकी सी है मेरी हंसती हुई इन झील सी आंखों में नमकीन पानी नहीं आता हालात यूं बदतर हुए मेरे शहर के बारिश का पानी सड़क भीगाता रहा फिर भी मेरे दिल से सूखा नहीं जाता सलीका सिखाया था जिन आंसुओं को कभी रातें कई साथ बीती इनके इन्हें भी अब भी बहने का सलीका नहीं आता।।। -Anjali A #खयाल#NojotoHindi#Nojoto#