रंगमंच का परदा उठता है गिरता है कलाकारों के चेहरे बदलते पर नाट्य वही पुराने होते ज़िन्दगी भी है ऐसी ही नाटकख़ोर किरदार बदल देती मगर किस्से वही पुराने होते और मुझे मिलता है असल की शक्ल में हमेशा डुप्लीकेट का रोल जो असल के डायलॉग भूलते ही आ जाता हँसते हुए रंगमंच पर एक झूठी कहानी लेकर कभी ग़म छुपाता, कभी गलतियाँ अजीब बात है असल से कई गुना होता है होशियार ये डुप्लीकेट कलाकार! #yqbaba #yqdidi #yqhindi #hindiquotes #ज़िन्दगी #कलाकार #poetry #pc_googleimages