चुनौती स्वीकार है जिन्दगी तूने बहुत हराया ना दी काया और ना ही मिली माया नित नए संघर्षों से तूने मुझको लड़ाया जीने के लिए झुकना पड़े, ऐसी स्थिति में एक बार नहीं कई बार तूने मुझको आजमाया फिर भी चल रहा हूँ मैं आगे बढ़ रहा हूँ मैं तेरे अपने शौक गिराने को जिसे मैंने ठुकराया मुझे आदत होगई उन से खेल जाने की इतना तप गया हूँ कि ऐसा लगता है मुझे जैसे जीवन में लिखी सिर्फ धूप नहीं लिखी शायद मेरी किस्मत में छाया चुनौती जिन्दगी की