Date: 28-Jul-2019 चाँद की चाँदनी आज कही गुम है शायद चाँद के पास आज तुम है , महफ़िल सजी सितारो से , पर चाँद आज खुद घिरा है सवालों से, किस्मत ने क्या खूब रंग दिखाई है, उसे हम दोनों की जुदाई रास आई है, न देने को उपहार है न कोई तोहफा बस प्यार ही लुटा सकता हूँ और दे सकता हूँ वफ़ा , क्या दूँ तुझे जन्मदिन का उपहार, कैसे खुश कर दूँ तेरी प्यारी संसार, लोग अपनी पत्नी को क्या कुछ नही देते, हीरे जेवरात सोने चाँदी आभूषण है भेंट करते, पर मेरे पास कुछ नही है तुम्हे देने के लिए दो अनमोल रत्न दिया है तुम्हे खुश रखने के लिए, मैं तो कवि कविता ही दे सकता हूँ, इन शब्दों से प्रीत अपनी जता सकता हूँ, मेरे पास शब्द है आवाज नही, आज गुम है वो बस अल्फ़ाज़ है यही, तेरी दामन में खुशियाँ बरसे हजार तुझको मुबारक हो जन्मदिन का त्योहार, --- जन्मदिन की शुभकामनाएं रश्मिता