अम्मा/मम्मी जैसे दो पहलुओं के एक सिक्के होते हैं ठीक ! उसी प्रकार अम्मी के भी दो पहलू होते हैं पहला पहलू जो हमें जन्म देती है दूसरा वह जो हमारी परवरिश करते हैं अम्मा ने जीवन दिया मम्मी ने जीवन जीना सिखाया अम्मा ने लख्ते जिगर कहा तो अम्मी ने नूरे नजर कह कर पुकारा अम्मा ने अपने सीने का दूध पिलाया तो मम्मी ने अपने सीने से लगा अम्मा कभी मेरी वजह से किसी की डांट सुनकर रात रो रो कर बिताई तो फिर कहीं मम्मी ने जब मैं रात की तन्हाई में रोते हुए उठ जाऊं तो मुझे चुप कराने में रात सवेरे करने में बिताई दोनों वह बागे जन्नत की फूल है जिसे कभी मुरझाने ना देना यारों दोनों वह बहती ठंडी हवा की एहसास है जिसे कभी खुद से जुदा होने ना देना प्यारो दोनों वह झिलमिलाते सितारों की मुस्कान है जिसे हमेशा उनके होठों पर बरकरार रहने देना दोस्तों दोनों वह बारिश की बूंद है जिसमे भीग कर हमारी सभी गुनाहों का खात्मा है लोगो #Amma/Ammi#