Nojoto: Largest Storytelling Platform

karwachauth मैं दिदार करती हूँ उस चाँद का जो मेरे

karwachauth मैं दिदार करती हूँ उस चाँद का जो मेरे दामन में समाता है
वो हर पूनम मुझसे मिलने आता है
 दूज की काली स्याही रात में
 दो पल आकर रोनक कर जाता है
आमावश्या को अकसर तड़पता है
सप्तमी की रात से पूरा करने को मुझे अपना आकार बढाता है
वो चौथ को अकसर इतराता है
मैं पूजती हूँ उसको इसलिए देरी से आता है करवा चौथ की शुभकामनाएं
karwachauth मैं दिदार करती हूँ उस चाँद का जो मेरे दामन में समाता है
वो हर पूनम मुझसे मिलने आता है
 दूज की काली स्याही रात में
 दो पल आकर रोनक कर जाता है
आमावश्या को अकसर तड़पता है
सप्तमी की रात से पूरा करने को मुझे अपना आकार बढाता है
वो चौथ को अकसर इतराता है
मैं पूजती हूँ उसको इसलिए देरी से आता है करवा चौथ की शुभकामनाएं