Nojoto: Largest Storytelling Platform

दूर खामोशी तक चलते चलते अब यह रास्ता भी जुदा सा ल

दूर खामोशी तक चलते चलते अब 
यह रास्ता भी जुदा सा लगता है 
हर सफर से शायद इन यादों का 
इक वास्ता सा लगता है 
गिर कर सँभलना भी जिंदगी का
इक कारवां लगता है 
मीलों दूर चलते चलते सफर में 
इक मुसाफिर तनहा सा लगता है ।
अंशु शायरी । #InspireThroughWriting
दूर खामोशी तक चलते चलते अब 
यह रास्ता भी जुदा सा लगता है 
हर सफर से शायद इन यादों का 
इक वास्ता सा लगता है 
गिर कर सँभलना भी जिंदगी का
इक कारवां लगता है 
मीलों दूर चलते चलते सफर में 
इक मुसाफिर तनहा सा लगता है ।
अंशु शायरी । #InspireThroughWriting