पढ़ना मेरा शौक है मैं किसी चीज को पाने के लिए नही पढ़ती लिखना मेरी मजबूरी है मैं अपने दिमाग के शोर को कंट्रोल नही कर पाती पढ़ने की अहमियत पता है मुझे इसलिए मैं पढ़ती हूं ओर लिखने से मेरा दर्द कम होता है इसलिए मैं लिखती हूं पढ़ना मुझे मेरी मां ने सिखाया था पहली दफा ओर लिखना मेरी मां की यादों ने सिखाया हर दफा ।। मैं बहुत कुछ पढ़ती हूं दूसरो का लिखा ओर बहुत कुछ लिखती हूं समय का दिया ।। अब दिमाग पर तो कोई कंट्रोल नही कि पढ़ा याद रहे बस अब कलम कॉपी पर ही विश्वास है मुझे आगे बढ़ा सके क्योंकि तुरंत की चीजे ही भूलने लगी हूं मैं लोगों को बस मजाक लगता है ये मेरी पूरी जिंदगी है मेरे आज के सहारे हर कोई ज्ञान देता है और भरोसे को तोड़ देता है बहुत मुश्किल से खुद को समझाती हूं मैं भी कुछ कर सकती हूं पर लोग एक ही बार में बता देते है मैं कुछ भी नही कर सकती हूं ये किसी एक की बात नही है हर कोई यही करता है मुझे संभालने के चक्कर में मुझे और नीचे गिरा देता है मुझे शिकायत नही है किसी से बस खुद पर गुस्सा आता है क्योंकि संभाल मैं खुद को नही पाती हूं तो गुस्सा आता है ©Shobha #Identity पढ़ना लिखना