पौधों की छांव दिल लगाने से बेहतर है, पौधे लगाएं, जीवन निखर जाए। जो दिल दुखाए, वो बेमानी है, पर जो हरियाली लाए, वही कहानी है। दिल की चोटें वक्त के संग गहरी होंगी, पर पौधों की छांव सुकूं की देहरी होंगी। जहां दर्द बढ़ता है, वहां दर्द मिटेगा, हर बीज से नया जीवन फूटेगा। इन पेड़ों की शाखें गले लगेंगी, सुख-दुख में सदा आपके संग चलेंगी। इनके पत्तों की सरसराहट सुनो, जैसे कहें, "तुम अकेले नहीं हो।" तो छोड़ो वो दिल जो टूटने के लिए बना है, उठाओ कुदाल, यह जीवन हरियाली से सना है। पौधे लगाओ, छांव में बसेरा बनाओ, इस धरती पर अपने निशां सजाओ। ©Writer Mamta Ambedkar #WorldEnvironmentDay